रणजी ट्रॉफी 2019-20 का फाइनल राजकोट में सौराष्ट्र और बंगाल के बीच खेला जा रहा है। सौराष्ट्र के पास 76 साल बाद खिताब जीतने का मौका है। टीम पिछले 8 सीजन में चौथी बार फाइनल में पहुंचीं है। वहीं, बंगाल ने 1989-90 के बाद ट्रॉफी नहीं जीती है। इस सीजन को मिलाकर बंगाल 14 बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा है। आखिरी बार इस टीम ने 2006-07 सीजन के फाइनल में जगह बनाई थी। उससे ज्यादा फाइनल खेलने में दो टीमें शामिल हैं। मुंबई ने 46 और दिल्ली की टीम 15 बार खिताबी मुकाबला खेली है। वहीं, कर्नाटक की टीम भी 14 बार फाइनल में पहुंचने में कामयाब रही है।
दोनों टीमें मजबूत हैं। बंगाल के पास अगर मजबूत तेज गेंदबाजी आक्रमण है तो सौराष्ट्र के पास घरेलू मैदान और मजबूत बल्लेबाजी का साथ है। न्यूजीलैंड दौरे से लौटे चेतेश्वर पुजारा और ऋद्धिमान साहा मैदान पर नजर आएंगे।
बंगाल की गेंदबाजी मजबूत
बंगाल के तेज गेंदबाजों ने कर्नाटक जैसी मजबूत टीम के खिलाफ सेमीफाइनल जीता। इस टीम में लोकेश राहुल और मनीष पांडे जैसे टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज थे। ईशान पोरेल ने पहली पारी में तो मुकेश कुमार ने दूसरी पारी में कर्नाटक की बल्लेबाजी को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। पोरेल ने पहली पारी में 5 तो मुकेश ने दूसरी पारी में 6 विकेट लिए। कर्नाटक के सामने 352 रन का लक्ष्य था। लेकिन, उनके बल्लेबाज बंगाल के तेज गेंदबाज मुकेश कुमार के सामने टिक नहीं सके। मुकेश ने 21 ओवर में 61 रन देकर 6 विकेट लिए। पहली पारी में 5 विकेट लेने वाले पोरेल ने दूसरी पारी में 2 विकेट लिए। आकाश दीप को भी 2 विकेट मिले थे।
शमी और जडेजा नहीं खेलेंगे
मोहम्मद शमी बंगाल की तरफ से रणजी खेलते हैं। लेकिन, वे फाइनल नहीं खेलेंगे। दूसरी तरफ, सौराष्ट्र के लिए रविंद्र जडेजा मैदान पर नहीं होंगे। सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन ने उन्हें खिलाने की मंजूरी मांगी थी। लेकिन, बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने दो टूक कह दिया कि देश पहले है। ऐसे में जडेजा भारतीय टीम के लिए खेलेंगे। उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज के लिए चुना गया है।
उनादकट एक सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज
बंगाल की बल्लेबाजी मनोज तिवारी और अनुस्तुप मजुमदार पर निर्भर करेगी। हालांकि, अब साहा भी टीम में हैं। दूसरी तरफ, सौराष्ट्र के लिए पुजारा का साथ होना मनोबल बढ़ाने वाला है। कप्तान जयदेव उनादकट सौराष्ट्र की गेंदबाजी के ट्रम्प कार्ड साबित हो सकते हैं। वे इस सीजन में अब तक 65 विकेट ले चुके हैं। उनादकट रणजी ट्रॉफी के किसी एक सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज हैं।